शिमला में पानी का संकट, सड़को पर उतरने लगे लोग ,डीसी ऑफिस के बाहर नागरिक सभा ने किया खाली बाल्टियों के साथ प्रदर्शन
राजधानी शिमला में इन दिनों पानी का संकट गहराता जा रहा है लोगों को 4 दिन बाद पानी मिल रहा है वही अब लोग पानी को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं बुधवार को शिमला नागरिक सभा उपायुक्त कार्यालय के बाहर खाली बाल्टियां लेकर प्रदर्शन करने पहुची । इस दौरान नागरिक सभा ने नगर निगम सहित प्रदेश सरकार के ख़िलाफ जमकर नारेबाजी की ओर नगर निगम को जल्द पानी का समाधान न करने पर सड़को पर उतर कर चक्का जाम करने की चेतावनी दे दी।

शिमला नागरिक सभा के सह संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा कि पांचवें दिन शिमला में पानी आ रहा है ओर पानी का प्रेशर भी इतना कम आता है जिससे जरूरत के हिसाब से पानी भी नही मिल पा रहा है लोगो को पानी खरीदने के लिए हजारों रुपए का खर्चा करना पड़ रहा है हैंडपंपों में लंबी-लंबी कतारें लोगों की लग रही है। उन्होंने कहा कि नगर निगम भी भाजपा की है और सरकार भी भाजपा की है जो शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज शिमला शहर से ही विधायक भी हैं ओर यही पानी नही मिल रहा है शहर में स्थिति 2018 जैसी हो गई है जब एडवाइजरी जारी करने पड़ी थी ऐसे में एक बार एक स्थिति उत्पन्न हो गई है । हाईकोर्ट ने भी इसको लेकर संज्ञान लिया है और फटकार लगाई गई तो शिमला शहर में पानी की 10 एमएलडी तक सप्लाई बढ़ जाती है । शहर में 41 एमएलडी पानी शहर में आ रहा है तो पानी कहां जा रहा है । पिछले कल भी 41 एमएलडी पानी शिमला शहर में आया था। तो लोगो को क्यो नही पानी हर रोज दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने 24 घण्टे पानी देने का दावा भी किया था कि कॉल डैम से पानी ले आएंगे लेकिन कोल डैम से पानी तो आया नहीं ऐसे में खर्चा तो दोगुना हो गया है ऐसे में जब स्कीम आई थी तो उससे अब 2 गुना ज्यादा पैसा खर्च हो गया है लेकिन पानी अभी तक शिमला में नहीं आया है ऐसे में शिमला की जनता प्यासी है । उन्होंने नगर निगम सहित सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही शिमला शहर में पानी हर रोज नहीं दिया जाता है तो सड़कों पर उतर कर चक्का जाम करने से भी शिमला नागरिक सभा पीछे नहीं हटेगी।