कांग्रेस को अपने ही अध्यक्ष पर संशय बनाए एक अध्यक्ष और चार वर्किंग अध्यक्ष : खन्ना

कांग्रेस को अपने ही अध्यक्ष पर संशय बनाए एक अध्यक्ष और चार वर्किंग अध्यक्ष : खन्ना

कांग्रेस को अपने ही अध्यक्ष पर विश्वाश नही, एसे में उनका जनता के बीच जाना असंभव।परिवारवाद एक बार फिर कांग्रेस में हावी। कांग्रेस को नेताओ का भाजपा में जाने के डर ने सताया, आनन फानन में की कार्यकारणी की घोषणा।

भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा की कांग्रेस को एक संगठन की अहमियत नहीं पता इसी लिए उन्होंने एक अध्यक्ष और चार कार्यकारी अध्यक्ष की घोषणा की है। लगता है की कांग्रेस को अपने ही अध्यक्ष पर संशय है तभी उन्होंने बनाए एक अध्यक्ष और चार वर्किंग अध्यक्ष।
इस प्रकार से कांग्रेस जनता के बीच जाने का अवसर खो चुकी है।
खन्ना ने कहा की इस परिस्थितियों में एक अध्यक्ष अपना निर्णय कैसे ले सकेगा यह सोचने की बात है, आदर्श सगठन में एक ही अध्यक्ष शोभनीय होता है।
उन्होंने कहा की इस बार कांग्रेस की सारी कार्यकारणी दिल्ली से ही घोषित हुई है एसा पहली बार हुआ है, एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष को उसके पदाधिकारियों को चुनने का भी अवसर प्राप्त नहीं हुआ। लगता है की कांग्रेस इस बार केंद्र कांग्रेस की कटपुतली की तरह काम करने वाली है।
उन्होंने कहा की जिस प्रकार से कांग्रेस की कार्यकारणी की घोषणा हुई है उसमें साफ दिख रहा है की परिवारवाद को बढ़ावा दिया गया है, पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने से परिवारवाद की बड़ा उद्धारण कांग्रेस ने जनता और अपने कार्यकर्ताओं के बीच रखा है। इससे यह तो पता चल गया की कांग्रेस में एक कार्यकर्ता कभी बड़ा नेता नही बन सकता, परिवार का राजनीति में होने नेता बनने के लिए आवश्यक है।
उन्होंने कहा की आनन फानन में पदाधिकारियों की घोषणा से लगता है की कांग्रेस पार्टी को भय था की उनके दिग्गज नेता कही भाजपा की सदस्यता ग्रहण ना कर ले, क्षेत्रीय संतुलन से ज्यादा कांग्रेस ने अपने नेताओ को पार्टी परिवर्तन से बचने का प्रयास किया है। कांग्रेस की यह कार्यकारणी लंबे समय के लिए नहीं चलने वाली, नेता बनने की प्रतिस्पर्धा इस कार्यकारणी के आड़े आती दिखाई दे रही है।
उन्होंने कहा की जिस प्रकार से देश और प्रदेश में डबल इंजन की सरकार चल रही है उसकी गति के आगे कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल टिक नही पाएंगे, प्रदेश और समाज की छोटी से छोटी समस्या को जिस स्फूर्ति के साथ सुलझाया जाता है वो कबीले तारीफ है। डबल इंजन सरकार का सही आयाम अगर दिखने को मिला है तो वो हिमाचल में है, दोनो सरकार पूर्ण समन्वय बना कर जनता की सेवा कर रही है। भाजपा की जीत निश्चित है और हमारा मिशन रिपीट पक्का है।

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