1 जुलाई से भारत सरकार द्वारा एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक पर पूर्णता प्रतिबंध लगाने का निर्णय पर्यावरण बचाव की दृष्टि से अहम।
गेयटी थिएटर और हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में पर्यावरण दिवस का आयोजन दिन भर मनाया जाएगा उत्सव, सेंकड़ो लोगों ने लिया हिस्सा लोगों को किया जा रहा जागरूक ।
लोगों को प्रकृति के महत्व के बारे में याद दिलाने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है यह पर्यावरण लिए सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय दिवस है संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के नेतृत्व में और 1973 से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस। पर्यावरण विभाग तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के माध्यम से आज गेयटी थियेटर और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में दिनभर पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

संत निरंकारी मिशन संस्था ने शिमला के रिज पर रैली निकाल कर लोगों को जागरूक किया और नुक्कड़ और पोस्टर के माध्यम से जागरूक किया गया, इसमें प्रमुख वित्त सचिव प्रबोध सक्सेना ने इसका शुभारंभ किया और मौजूद जनता पर्यावरण को बचाने की शपथ दिलाई। लोगों को जागरूक करते हुए संस्था के विद्यार्थियों ने नाटक के माध्यम से पेड़ लगाने और प्लास्टिक से मिट्टी को होने वाले नुकसान से जनता को सचेत करने का प्रयास किया और कूड़े के सही निपटारण का भी संदेश दिया।

प्रबोध सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि महीनो से चली आ रही छात्रों की एनवायरमेंटल क्विज का आज फिनाले है।1 जुलाई से पर्यावरण को बचाने को लेकर क्रांतिकारी कदम उठाया जा रहा है जिसमे भारत सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। उन्होने लोगों से अनुरोध करते हुए कहा कि लोगों को स्वेच्छा से इसे अपनाना चहिए जिससे पूरे देश के साथ- साथ हिमाचल प्रदेश का प्राकृतिक सौंदर्य बना रहे।
प्लास्टिक बोतल का प्रयोग न किया जाए और न ही कूड़े को जलाया जाए बल्कि पृथक कर उसका सही निपटरण किया जाए ताकि पर्यावरण दूषित न हो।